Sunday, March 21, 2021

वृतांत लेखन

 वृतांत लेखन


✓वृतांत लेखन एक कला है।

✓वृतांत का अर्थ है किसी घटी हुई घटना का विवरण ।

✓वृतांत दिए गए विषय के अनुसार लिखना पड़ता है।

✓वृतांत में भाषा का कुशलतापूर्वक प्रयोग करना होता है।

✓कम शब्दों में विस्तृत आशय लिखा जाता है।

✓वृतांत किसी घटना समारोह का विस्तृत वर्णन होता है।


वृतांत लेखन करते समय

ध्यान देने योग्य बातें।

✓आशय पूर्ण, छोटा ,आकर्षक शीर्षक हो ।

✓विषय अच्छी तरह से समझ लेना चाहिए।

✓वृतांत में घटना , काल ,स्थल का उल्लेख होना ही जरूरी है।

✓घटना जिस क्रम से घटित हुई उसी क्रम से लिखना होता है।

✓वृतांत लेखन लगभग सत्तर से अस्सी शब्दों में हो ।

✓विषय सामने आते ही क्या क्या लिखना है इसकी रूपरेखा मन में तैयार कीजिए।

✓केवल महत्वपूर्ण बातों का समावेश करना है।

✓वृतांत में दिनांक,समय,स्थान प्रमुख व्यक्ति आदि का स्पष्ट उल्लेख हो ।

✓समारोह में शामिल अध्यक्ष ,उद्घाटक,व्याख्याता , वक्ता , अतिथि आदि के मौलिक विचार, संदेश , मार्गदर्शन संक्षेप में और मार्मिक शब्दों में लिखें जाएं।

✓कुछ विचार ,संदेश दुहरे अवतरण में लिखना चाहिए।

✓प्रतिनिधि निर्देश भी होना चाहिए।

✓अस्वाभाविक असत्य या अतिरंजित बातें टालना ही चाहिए।

✓वृतांत का समापन बड़े उचित तरीके से किया जाएं।


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वृतांत लेखन गुण विभाजन

✓ उचित शीर्षक - 1 गुण

✓ वृतांत लेखन - 4 गुण

✓ वृतांत लेखन में स्थान, समय, घटना का उल्लेख आवश्यक।


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प्र. जिला परिषद विद्यालय विडूल में मनाए गए वाचन प्रेरणा दिवस का  वृतांत लगभग 70 से 80 शब्दों में लिखिए ।

(वृतांत में स्थल काल घटना का उल्लेख आवश्यक है ।)


उत्तर :-

जिला परिषद विद्यालय में वाचन प्रेरणा दिवस संपन्न


( कार्यालयीन प्रतिनिधि द्वारा )

 

विडूल , 16 अक्तूबर, 2020

    

        हमारे जिला परिषद विद्यालय, विडूल के प्रांगण में 15 अक्तूबर को पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम आजाद के जन्मदिन के मौके पर वाचन प्रेरणा दिवस मनाया गया ।

 गांव के सरपंच मा. श्री. सूरेश कटके ने भूतपूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर समारोह की अध्यक्षता भी की ।

   विद्यालय के गीत मंच द्वारा समारोह के आरंभ में कार्यक्रम में रंगबहार आया। उसके बाद प्रधानाध्यापक श्री. डाले सर जी ने अध्यक्ष और अतिथि परिचय प्रास्ताविक में किया । पर्यवेक्षक श्री. काामाले सर  जी ने शाॅल गुलाब पुष्प से स्वागत किया। अध्यापक श्री। पठाण सर ने कलाम की जीवनी पर प्रकाश डाला । छात्रा कुमारी साक्षी ने अग्निपंख पर अपने विचार व्यक्त किए।

  सरपंच जी अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा " वाचन समृद्धि ही ज्ञान समृद्धि है, पुस्तकें हमें जीवन जीने का बोधामृत पिलाते हैं; कलाम साहब हमारे लिए एक दीपस्तंभ है ।"

   और पर्यवेक्षक श्री, कामाळे सर ने निमंत्रित और अध्यक्ष उद्घाटक अतिथि व गणमान्य लोगों का आभार व्यक्त किया। अंत में कलाम जी ने छात्रों के लिए लिखे संदेश के वाचन के साथ समारोह संपन्न हुआ ।


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प्र. अपनी पाठशाला में मनाए गए ‘शिक्षक दिवस' का वृत्तांत रोचक भाषा में लिखिए। (लगभग ६० से 8० शब्दों में)


उत्तर:-

सरस्वती विद्यालय में शिक्षक दिवस संपन्न

( कार्यालयीन प्रतिनिधि द्वारा )


विडूल , ६ सितंबर, २०२० ।

उमरखेड स्थित सरस्वती विद्यालय में ५ सितंबर, २०२० को डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन 'शिक्षक दिवस' के रूप में मनाया गया। विद्यालय के सभागृह में प्रात: ८.३० बजे से शिक्षक दिवस के समारोह का आयोजन किया गया था। इस समारोह की अध्यक्षता साकळे विद्यालय के प्राचार्य श्री शिंदे सर ने की।

सरस्वती-वंदना के पश्चात विद्यालय के अध्यापक श्री. कुडमते सर ने शॉल, श्रीफल व पुष्पगुच्छ देकर अध्यक्ष महोदय का स्वागत किया और उनका संक्षिप्त परिचय भी दिया। इसके बाद अध्यक्ष महोदय ने मंच पर रखे डॉ. राधाकृष्णन के चित्र को पुष्पहार पहनाया। इस अवसर पर अनेक वक्ताओं ने शिक्षक के महत्त्व पर अपने सारगर्भित विचार प्रस्तुत किए। विद्यालय के प्रधानाचार्य तथा अध्यक्ष महोदय ने भी शिक्षक की महिमा पर प्रकाश डालते हुए शिक्षक दिवस को सार्थक बनाने का संदेश दिया।


विद्यालय के छात्रों ने 'गुरु-गौरव' नामक लघुनाटिका प्रस्तुत की। विद्यार्थियों की ओर से प्रत्येक शिक्षक को पुष्पगुच्छ भेंट किया गया। अध्यापक श्री. काळे सर  ने आमंत्रित लोगों को एवं अध्यक्ष महोदय के प्रति आभार प्रकट किया। राष्ट्रगान के साथ १२.०० बजे समारोह का समापन हुआ।


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प्र. ३. जवाहर हायस्कूल, यवतमाल में मनाए गए 'गणतंत्र दिवस' पर वृत्तांत लेखन कीजिए।


उत्तर : (वृतांत में स्थल काल घटना का उल्लेख आवश्यक है ।)




उत्तर :-


जवाहर हायस्कूल में गणतंत्र दिवस संपन्न


(कार्यालयीन प्रतिनिधि द्वारा )


यवतमाल , २७ जनवरी, २०२१


    यवतमाल शहर के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में गणतंत्र दिवस का समारोह धूमधाम से मनाया गया। शहर भर के स्कूलों में देशभक्ति के गीत सुनाई दिए।


    जवाहर हायस्कूल में आजादी का उत्सव हर्षोल्लास से मनाया गया। विद्यालय के अध्यक्ष ने ध्वजारोहण किया। इस दौरान विद्यालय के छात्रों, अध्यापकों व कर्मचारियों ने देश की आन-बान-शान की रक्षा का संकल्प लिया। छात्रों ने देशभक्ति पर आधारित एक से बढ़ कर एक कार्यक्रम प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया। ६७ वें गणतंत्र दिवस समारोह का शुभारभ विद्यालय के चेयरमैन ने ध्वजारोहण कर किया। इस दौरान बैंड बाजे की धुन पर परेड निकाली गई। इसके पश्चात छात्रों ने अनेकता में एकता का परिचय देते हुए 29 राज्यों के लोकनृत्य प्रस्तुत किए। अंत में विद्यालय की प्रधानाचार्य ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि हम गणतंत्र दिवस पर यह प्रेरणा लेते है कि आपसी भेदभाव को मिटा कर राष्ट्र निर्माण के प्रत्येक कार्य में योगदान देंगे। राष्ट्रीय गीत के साथ भव्य समारोह का समापन हुआ।


    विद्यालय में गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में विद्यार्थियों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने ध्वजारोहण किया। इस मौके पर मुख्य अतिथि ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि वे साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दे स्कूल से जाने के बाद अपने घर पर भी स्वच्छता बनाए रखे। इसका विषय था 'गणतंत्र दिवस का महत्व'। सभी विद्यार्थियों ने बड़े ही उत्साह और आत्मविशवास के साथ विषय के बारे में जानकारी दी। विद्यार्थियों ने सहायक सामग्री का प्रयोग करते हुए स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस के अंतर को बताया। इस प्रतियोगिता में पहले स्थान पर मनोज कुमार व स्वाति शर्मा, दूसरे स्थान पर हेमंत चोबे रहे। इन विजेता विजेताओं को प्राचार्य महेश काले ने बधाई दी। और आमंत्रित लोगों को एवं अध्यक्ष महोदय के प्रति आभार प्रकट किया। राष्ट्रगान के साथ १२.०० बजे समारोह का समापन हुआ।